सावन शिवरात्रि 2023:-
4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा. मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव का बेहद प्रिय है. सावन के इस माह में मासिक शिवरात्रि भी आने वाली है. हिंदू धर्म में शिवरात्रि या मासिक शिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, मासिक शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. सावन माह में पड़ने वाली पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई, शनिवार को है. सावन के महीने में पड़ने वाली ये मासिक शिवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन कावड़िए भगवान शिव पर जल चढ़ाएंगे.
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सावन के दूसरे सोमवार को बना दुर्लभ संयोग:-
इस बार सावन के दूसरे सोमवार पर सोमवती अमावस्या तिथि हो रही है। सोमवती अमावस्या का आरंभ 17 तारीख को सुबह 10 बजकर 9 मिनट से होगा और रात में 12 बजकर 2 मिनट तक रहेगी। साथ ही इस दिन सूर्य कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जिससे इस दिन कर्क संक्रांति भी है। साथ ही सोवन के दूसरे सोमवार के दिन हरियाली अमावस्या का योग भी बन रहा है। इस दिन पितरों की पूजा करने का विधान है। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन वृक्ष भी लगाने चाहिए।
Read more 👉राजस्थान में मानसून रफ्तार पकडऩे वाला है। इस दौरान राजस्थान के 17 जिलों में बारिश होगी।सावन के दूसरे सोमवार पर बहुत ही शुभ संयोग बना है। इस बार सावन के दूसरे सोमवार पर पूजा अर्चना करने से आपको 4 गुना अधिक फल मिलने वाला है। आइए जानते हैं सोवन सोमवार पर क्या शुभ संयोग बना है।
सावन सोमवार पूजा के लाभ:-
मान्यताओं के अनुसार, सावन के सोमवार का विशेष महत्व है। इस दिन किया गया पूजा पाठ निष्फल नहीं होता है। अगर किसी व्यक्ति के विवाह में बाधा आ रही है और उसके विवाह के योग नहीं बन रहा हैं तो सावन के सोमवार की पूजा करनी चाहिए।
Read more 👉राजस्थान में अगले 10 दिन बारिश करेगी बुरे हाल।इन जिलों पर होगा असर।भगवान शिव का अभिषेके और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान जरूर अर्पित करना चाहि। अगर किसी व्यक्ति के जीवन में आर्थिक परेशानियां चल रही हैं तो उनके लिए भी सावन सोमवार पूजा उत्तम फलदायी रहती है। कहा जाता है कि भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।